How is Smallcase Different From Mutual Funds I आज हम जानेंगे की आखिर कैसे स्माल केस म्यूच्यूअल फण्ड से अलग है I What is smallcase I Smallcase क्या होता है
अधिकतर लोग Smallcase और Mutual फण्ड में confuse हो जाते है और उनकी ये नहीं पता रहता है की आखिर म्यूच्यूअल फण्ड और स्माल केस में क्या अंतर है तो आज हम आपको बताएँगे की आखिर एक स्माल केस किस तरीके से म्यूच्यूअल फण्ड से अलग होता है.
म्यूच्यूअल फण्ड और स्माल केस दोनों इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म है जिसके द्वारा आप अपने पैसे को इन्वेस्ट करके उसके Return कमाते है.
What is Smallcase (Smallcase क्या होता है)
Smallcase एक म्यूच्यूअल फण्ड के जैसा ही इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है स्माल केस में किसी एक्सपर्ट के द्वारा बनाये गये पोर्टफोलियो को आप आप देखते है और उसी के हिसाब से अपने Demat अकाउंट में खरीदारी करते है और उस पोर्टफोलियो को देखने का आप उस Smallcase के मालिक या फण्ड मेनेजर को fee देते है और जब आपका फण्ड मेनेजर अपने पोर्टफोलियो में कुछ बदलाव करता है तो उसकी जानकारी भी आपको Notification के द्वारा मिल जाता है.
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How is Smallcase Different From Mutual Funds
Smallcase and mutual funds are both investment options, but they have some fundamental differences in terms of structure, management, and investment approach.
यहाँ हम जानेंगी की आखिर क्या क्या अंतर है दोनों में : –
#1. Demat and Trading Account – स्माल केस में इन्वेस्ट करने के आपके पास demat होना चाहिए जबकि म्यूच्यूअल फण्ड का case में ऐसा नहीं होता है आप बिना demat अकाउंट के भी अलग अलग प्लेटफार्म से अपने पसंद के म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकते है.
#2. म्यूच्यूअल फण्ड में आपको आपके इन्वेस्टमेंट के बदले आपके म्यूच्यूअल फण्ड में NAV (Net Asset Value) मिलता है जबकि स्माल केस में डायरेक्ट शेयर आपके demat अकाउंट में आता है जैसे आपके नार्मल शेयर खरीदने पर आपके शेयर Demat अकाउंट में आते है ठीक वैसे ही.
#3. स्माल केस, म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में ज्यादा Return अपने इन्वेस्टर के देने में सक्षम है क्योकि स्माल केस में म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में कम शेयर का पोर्टफोलियो होता है ये आपके स्माल केस मेनेजर के ऊपर निर्भर करता है.
#4. क्योकि आपके स्टॉक्स डायरेक्ट Demat अकाउंट में आता है इसलिए स्माल केस में आपके शेयर तुरंत रियल टाइम में Buy और Sell हो जाता है जिसका फ़ायदा आप मार्केट के उतार चड़ाव में कर सकते है जबकि म्यूच्यूअलफण्ड में आप Buy या सेल करते है तो आपके शेयर खरीदने और सेल होने में 2 वर्किंग Day का वक़्त लग जाता है.
#5. चुकी स्माल केस में Return, म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में ज्यादा होता है इसलिए स्माल केस में इन्वेस्ट करना ज्यादा रिस्की भी होता है.
#6. म्यूच्यूअल फण्ड AMC (Asset Management Company) कंपनी के द्वारा संचालित होती है जबकि स्माल केस किसी भी सेबी रजिस्टर्ड इंडिविजुअल इन्वेस्टर द्वारा भी बनाया जा सकता है.
#7. Smallcase , म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में कहीं ज्यादा Aggressive पोर्टफोलियो हो सकता है ये आपके स्माल केस फण्ड मेनेजर के ऊपर निर्भर करता है.
#8. म्यूच्यूअल फण्ड में आप हर महीने 500 रुपए में भी SIP कर सकते है लेकिन स्माल केस में ऐसा नहीं है.
#9. म्यूच्यूअल फण्ड में आप स्टॉक्स, बांड्स, गोल्ड, सिल्वर, इन सभी एसेट क्लास में इन्वेस्ट कर सकते है Smallcase में आप सिर्फ स्टॉक्स में निवेश कर सकते है.
#10. Mutual Fund में आप पोर्टफोलियो में कोई भी बदलाव नहीं कर सकते है यानि की आपके फण्ड मेनेजर ने जितने स्टॉक्स का पोर्टफोलियो बनाया है सभी स्टॉक्स में आपका सारा पैसा बराबर निवेश हो जाता है लेकिन स्माल केस में आप अपने हिसाब से किसी शेयर को छोड़ सकते है या किस शेयर में निवेश कम करना है या ज्यादा करना है खुद से भी Decision ले सकते है.
#11. म्यूच्यूअल फण्ड आपके टोटल इन्वेस्टमेंट पर 1 या 2 परसेंट का Fee चार्ज लेती है जबकि ज्यादातर स्माल केस मंथली या Quarterly बेसिस पर Subscription fee पर काम करते है कुछ स्माल में आपको अपने इन्वेस्टमेंट Amount का पर भी fee देना होता है 1 या 2 परसेंट ( Fee किस प्रकार से आपसे लिया जायेगा ये small case बनाने वाली कंपनी के द्वारा Decide किया जाता है )
#12. जब आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है और 1 साल से पहले एग्जिट लेते है तो ज्यादातर म्यूच्यूअल फण्ड के द्वारा आपसे एग्जिट कास्ट लिया जाता है जबकि स्माल केस में आपसे कोई भी एग्जिट Fee नहीं लिया जाता है.
#13. Smallcase, म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में अब बहुत ही तेजी से लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट आप्शन बनता जा रहा है क्योकि स्माल केस, म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में ज्यादा Return दे रहा है. स्माल केस Return आपके स्माल केस के थीम और आपके पोर्टफोलियो मैनेजर पर निर्भर करता है अगर अपने छोटे मार्केट कैप वाले स्माल केस में इन्वेस्ट किया है तो आपको ज्यादा Return मिल सकता है साथ ही ज्यादा रिस्क हो रहेगा.
#14. म्यूच्यूअल फण्ड में कौन से शेयर को बेचना है और खरीदना है वो सारे काम आपके म्यूच्यूअल फण्ड मेनेजर खुद करते है लेकिन स्माल केस में आपका फण्ड मेनेजर अपने स्माल केस में बदलाव करता है तो उसका Notification आपको मिल जाता है फिर आप फण्ड मेनेजर के बदलाव के हिसाब से अपने Demat अकाउंट में खुद बदलाव करते है.
Conclusion :
Conclusion ये निकल के आता है कि म्यूच्यूअल फण्ड और Smallcase दोनों ही इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा ऑप्शन है लेकिन अगर आप ज्यादा Return, ज्यादा रिस्क, लेकर कम fee में इन्वेस्ट करना चाहते है तो ऐसे में स्मालकेस आपके लिए ज्यादा अच्छा ऑप्शन हो सकता है आपका Smallcase अच्छा Perform करेगा या नहीं ये आपके स्मालकेस के चुनाव और उसके फण्ड मेनेजर के ऊपर निर्भर करता है.