Issue Price Meaning In Hindi I IPO में Issue Price क्या होता है?

आज हम जानेंगे Issue Price Meaning In Hindi और IPO में Issue Price क्या है : अगर आप शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते है तो आप जरुर आईपीओ के बारे में सुना होगा और अगर अपने ipo के बारे इ सुना है तो कभी न कभी issue price के बारे में भी सुना होगा आज हम आपको इसी issue प्राइस के बारे में डिटेल में जानकरी देने वाले है.

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issue प्राइस क्या होता है इसके क्या उदाहरण है उसके क्या उपयोग है आईपीओ में इशू प्राइस कैसे तय किया जाता है सारी जानकारी आपको आज के इस आर्टिकल में मिलने वाली है.

Issue Price Meaning In Hindi 

issue price का हिंदी में मतलब होता है निर्गम मूल्य या निर्धारित मूल्य.

उदाहरण – किसी चीज को जिस मूल्य पर खरीदी के लिए पेश किया जाता है उसी मूल्य को ही issue प्राइस कहते है.

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IPO में Issue Price क्या है? ( What is Issue Price In IPO )

issue प्राइस वह प्राइस है जिस पर किसी कंपनी द्वारा शेयर जारी किये जाते है इसमें फेस वैल्यू और शेयर प्रीमियम ( अगर है तो ) शामिल होता है IPO के जरिये जारी issue की कीमत दो तरीको से तय की जाती है.

IPO में Issue प्राइस दो तरीके से निर्धारित किया जाता है

1 Fixed Price (exa -20 रू )

पहला तरीका यह है की जारी करने वाली कम्पनी Lead Merchant Banker की सलाह से एक नियत कीमत तय करती है जिस पर आम लोगो को शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है.

उदाहरण के लिए ABC कंपनी 20 रुपये प्रत्येक शेयर की कीमत पर अपने शेयरो को जारी करने का फैसला कर सकती है.

2 Price Band (exa – 20 to 24 रु )

या फिर , Company और Lead Merchant Banker issue के लिए न्यूनतम और अधिकतम कीमत तय कर सकती है यह कीमत का दायरा कहलाता है इन्वेस्टर इस प्राइस के दायरे में किसी भी प्राइस में बोली लगाने के लिए स्वतंत्र होता है.

लास्ट प्राइस जिस पर सभी शेयर इन्वेस्टर को जरी किये जाते है issue करने वाली कंपनी शेयरो की मांग के अनुसार निर्धारित होती है इसे हम बुक बुल्डिंग कहते है.

उदाहरण से समझे :

abc नाम की कंपनी 20 से 24 रूपए के प्राइस बैंड पर अपने ipo को लेके आती है और कंपनी 3000 शेयर जारी करती है और इस दायरे में बोली लगाने के लिए इन्वेस्टर को आमंत्रित कर सकती है पांच इन्वेस्टर इस प्राइस बैंड में निचे दिए गये विवरण के अनुसार बोली लगाते है.

Bid QuantityBid PriceCumulative Qua.Application %
5002450016.67%
100023150050.00%
1500223000100.00%
2000215000166.67%
2500207500250.00%

मूल्य निर्धारण विभिन्न कीमतों पर मांग का फलन है. अधिकतम कीमत जिस पर कंपनी शेयरो की वांछित संख्या जारी करने में सक्षम होती है पर कंपनी इशू प्राइस तय करती है ( जिस कीमत पर issue का 100 परसेंट हिस्सा सुरक्षित तरीके से allowtment किया जा सके ), जैसे ऊपर के उदाहरण में 22 रुपये है company अपने Book running lead Manager के साथ issue कीमत 22 रुपये या इससे कम तय करेगी.

इस कीमत या इससे अधिक पर लगायी गयी बोलिया वैध बोलिया और उन्हें allotment के विचार योग्य माना जाता है.

आईपीओ की बुक बिल्डिंग के मामले में प्रस्ताव को कम-से-कम तीन दिन और अधिकतम सात दिन के लिए खुला रखा जाना चाहिए अर्थात आवेदकों को शेयर खरीद की इच्छा जताने के लिए तीन दिन से सात दिन के भीतर दिये गये मूल्य दायरे में शेयरों के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाती है.

कई बार कंपनी मूल रूप से प्रस्तावित इश्यू के अतिरिक्त उससे ज्यादा शेयर जारी करने का अधिकार अपने पास रखती है। उपरोक्त उदाहरण में ही देखें तो एक्स कंपनी अपने 3000 शेयरों के इश्यू के ऊपर 15 फीसदी का प्रीनशू विकल्प रखने का फैसला कर सकती है.

तब कंपनी 3450 शेयर (3000 शेयरों से 15 फीसदी ज्यादा) आवंटित कर सकती है। ग्रीनशु  विकल्प शेयर इश्यू को अतिरिक्त कीमत स्थिरता प्रदान कर सकता है जब कंपनी के पास शेयर आपूर्ति बढाने को क्षमता हो और अगर माँग अत्यधिक बढ़ जाती है तो कंपनी इससे कीमत में उतार- चदाव को संतुलित करती है.

कंपनी के पास आवेदकों को आमंत्रित करते समय Issue Price को पूरी राशि या आशिक राशि ले लेने का विकल्प होता है। पूरी राशि पहले ही से लिये जाने को स्थिति में सफल आवेदकों से और राशि लेने की जरूरत नहीं होती और सफल आवेदकों को कम शेयर आवंटित करने की स्थिति में ली गयी अतिरिक्त राशि वापस कर दो जाति है.

उदाहरण के तौर पर अगर आपने एक्स लिमिटेड के 500 शेयरों के लिए 22 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से आवेदन किया है तो आपको कंपनी को 11,000 रुपये का भुगतान करना होगा.

मान लीजिए कि निर्दिष्ट इश्यू भाव 22 रुपये तय होता है और आपको 100 शेयर आवंटित होते हैं. (जब इश्यू में अधिक आवेदन आये हो तो कंपनी आपको 8,800 रुपये (11,000 रुपये में से 2200 रुपये घटा कर वापस करेगी.

इसी तरह मान लीजिए कंपनी ने आवेदन के समय इश्यू कीमत की 50 फीसदी मात्रा जितनी आंशिक राशि ली है.

इस स्थिति में आपको आवेदन के समय 5,500 रुपये (500 गुणे 11 रुपये) का भुगतान करना होगा। तब आपको 3,300 (5,500 रुपये में से 2200 रुपये घटा कर) वापस किये जायेगे.

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