Corporate Meaning In Hindi I What is Corporate I Corporate क्या होता है I Corporate का उदाहरण I Corporate Meaning In Hindi With Example I Types of Corporate I Corporate Sector Meaning in Hindi I Corporate की विशेषता I Incorporation क्या होता है
Corporate ये नाम आपने कई बार सुना होता आपने यह नाम टेलीविज़न पर, अखबार में या फिर किसी और व्यक्ति के मुह से सुना होगा.
Corporate शब्द का उपयोग बहुत ज्यादा बिज़नस और फाइनेंस से रिलेटेड टॉपिक में होता है जब मैं खुद छोटा था तो इस शब्द Corporate के बारे में सुनता था और सोचता था की आखिर ये Corporate होता क्या है लेकिन मुझे बाद में इस शब्द का अर्थ समझ में आ गया.
अगर आप भी Corporate शब्द से परिचित नहीं है और जानना चाहते है की आखिर ये Corporate शब्द क्या होता तो आपको आज के इस आर्टिकल में Corporate के बारे में सब कुछ विस्तार में जानने को मिलेगा.
मैं आपको Corporate का हिंदी में अर्थ, Corporate क्या होता है कोई Corporate कब Corporate कहलाती है.
किसी Corporate के क्या कार्य होते है इसके क्या अधिकार होते है सब कुछ आपको डिटेल में समझाने वाला हूँ.
Corporate Meaning In Hindi With Example
Corporate का नाम अपने बहुत बार सुना होगा कॉर्पोरेट एक इंग्लिश नाम है जिसका हिंदी में अर्थ होता है संगठन, कंपनी, निगमों, आर्गेनाइजेशन.
Corporate शब्द का प्रयोग व्यापारिक संगठन, संगठनात्मक और प्राइवेट या सरकारी कंपनियों के लिए किया जाता है.
दुसरे शब्दों में Corporate का मतलब ऐसी कंपनी से होता है जिसका प्रॉफिट, रेवेनुए , बहुत ज्यादा होती है और ऐसी कंपनी जिसका कारोबार बहुत विस्तृत रूप में फैला होता है.
इन कॉर्पोरेट कंपनी के हजारो और लाखो लोग काम करते है और कई बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी का व्यापार पूरी दुनिया में फैला होता है.
Corporate के उदाहरण (Example of Corporate)
TCS, टाटा ग्रुप की कंपनी, एयरटेल, रिलायंस , LIC ,Apple, Microsoft
Corporate क्या होता है (What is Corporate)
कॉरपोरेट का मतलब होता है – एक निगमित व्यावसायिक इकाई ,जिसका निर्माण नियमों के अंतर्गत रहकर निगमित (गठित) एक ऐसी इकाई जो व्यापार करने के उद्देश्य से गठित की गई है.
Corporate शब्द एक व्यापारिक संगठन को दर्शाने वाला शब्द है जिसमे कई व्यक्तियों के द्वारा एकत्रित किये जाने वाले संसाधन उनके कार्य , नीतियां , और सरचना शामिल होती है.
कॉर्पोरेट का अंतर्गत कोई उद्योग , कंपनी या फिर सरकारी संस्थान हो सकती है कोई भी कॉर्पोरेट संस्था व्यापारिक कारोबार की व्यवस्था, फाइनेंसियल मैनेजमेंट, अधिकारियों का मैनेजमेंट, नीतियों और मार्गदर्शन का पालन और संगठन के गतिविधियों का पूरा व्यवस्था आदि का संचालन करती है .
कोई भी कॉरपोरेट संस्था या कंपनी अपने कर्मचारी, उनके मालिक यानी स्टॉक होल्डर, Customer के साथ संबंध निर्माण करती है और अपने लक्ष्यों और मिशन की प्राप्ति के लिए कार्य करती है.
सबसे सरल भाषा में Corporate क्या होता है
Corporate के कंपनी होती है जैसे हमारे देश में रिलायंस , महिंद्रा, एयरटेल , टाटा ग्रुप की कंपनी , आदि जबकि विदेश में – एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला, Dell, Sumsung आदि जिसको बिज़नस करने के मकसद से बनाया जाता है और ये बड़ी कंपनी होती है जिसका व्यापार देश और विदेशो में फैला हुआ होता है.
Corporate के प्रकार (Types of Corporate)
किस भी देश के Legal और Regulation के आधार पर कई प्रकार के Corporate हो सकते है हम आपको कुछ Corporation के प्रकार नीचे बता रहे है.
1 Sole Proprietorship:
ऐसी कंपनी जिसे किसी एक व्यक्ति के द्वारा Own और Operate किया जाता है उस व्यक्ति के पास कंपनी के सारे अधिकार और कंपनी के Debts और Obligations होते है.
2 Partnership कंपनी
ऐसी कंपनी जिसमें 2 या 2 से अधिक व्यक्ति के द्वारा साझेदारी में चलाया जाता है. Partnership कंपनी के भी अलग अलग प्रकार होते है जैसे – General Partnerships और Limited Partnerships
general Partnerships में कंपनी के सारे Responsibility और Liability सामान होते है जबकि
limited Partnerships में ऐसा नहीं होता है इसमें Responsibility और Liability अलग अलग हो सकती है.
3 Limited Liability Company ( LLC)
ये एक हाइब्रिड बिज़नस स्ट्रक्चर कंपनी होती है.
4 corporation
यह एक सेपरेट लीगल एंटिटी होती है जिसके मलिक शेयर होल्डर होते है इस प्रकार की कंपनी अपने अपने मालिकों को लिमिटेड लायबिलिटी प्रोटेक्शन देती है यानी कि किसी व्यक्ति की पर्सनल एसेट उस कंपनी के कर्ज के लिए नहीं बेचे जाएंगे.
Corporation भी अलग अलग प्रकार के होते है जैसे की – C Corporations और S Corporations प्रत्येक के खुद के अलग टैक्स और Ownership Structures होते है.
5 Cooperative
6 Nonprofit Organization – एक ऐसा आर्गेनाइजेशन जिसे प्रॉफिट के उद्देश्य से नहीं बल्कि किसी और उद्देश्य से बनाया गया है. इस तरीके के Organizational Charitable, Education, Religious जैसे उद्देश्यों के लिए बनाये जाते है.
इसके अवाला अन्य प्रकार के Corporate
- Hybrid Corporation
- Virtual Corporation
- Holding Company
- Subsidiary Company
- Statutory Corporation
- Crown Corporation
- Municipal Corporation
- Benefit Corporation
- Public Benefit Corporation
- Parent Company
- State-Owned Enterprise
- Nationalized Corporation
- Crown Corporation
भारत के 20 बड़े Corporate Company List
- TATA GROUP
- RELIANCE INDUSTRIES LIMITED
- ADANI GROUP
- MAHINDRA GROUP
- INFOSYS
- HDFC BANK
- ICICI BANK
- STATE BANK OF INDIA
- LARSEN & TOUBRO
- HINDUSTAN UNILEVER LIMITED
- WIPRO LIMITED
- TATA CONSULTANCY SERVICES ( TCS )
- BAJAJ AUTO
- ITC LIMITED
- ASIAN PAINTS
- HCL TECHNOLOGIES
- KOTAK MAHINDRA BANK
- MARUTI SUZUKI INDIA LIMITED
- HERO MOTO CORP
AMERICA के 20 बड़े Corporate Company List
- APPLE INC.
- AMAZON.COM INC.
- MICROSOFT CORPORATION
- ALPHABET ( GOOGLE )
- FACEBOOK INC.
- BERKSHIRE HATHAWAY INC.
- JOHNSON & JOHNSON
- JP MORGAN CHASE & CO.
- EXXON MOBIL CORPORATION
- WALMART INC.
- VISA INC.
- PROCTER & GAMBLE CO.
- AT&T INC.
- INTEL CORPORATION
- VERIZON COMMUNICATIONS INC.
- PFIZER INC.
- CHEVRON CORPORATION
- CISCO SYSTEMS INC.
- COCA COLA COMPANY
- WALT DISNEY COMPANY
दुनिया के 20 सबसे बड़ी कंपनी
यंहा पर बताई गयी कंपनी के नाम उसके मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बढ़ी और छोटी कंपनी के तैर पर दिया जा रहा है.
1 | Apple inc. |
2 | Saudi Aramco |
3 | Microsoft Corporation |
4 | Amazon.com Inc. |
5 | Alphabet INc.( google ) |
6 | Facebook inc. |
7 | Tesla Inc. |
8 | Tencent Holdings Ltd. |
9 | Alibaba Group Holding Ltd. |
10 | Berkshire Hathaway inc. |
11 | Johnson & Johnson |
12 | Visa inc. |
13 | JPMorgan Chase & co. |
14 | Samsung Electronics Co Ltd. |
15 | Walmart Inc. |
16 | Procter & Gamble Co. |
17 | Mastercard Incorporation |
18 | NVIDIA Corporation |
19 | UnitedHealth Group Incorporated |
20 | Home Depot Inc. |
Corporate Sector Meaning in Hindi (कॉर्पोरेट सेक्टर क्या होता है)
Corporate Sector का मतलब होता है कंपनी के क्षेत्र यानी कंपनी जिस क्षेत्र में काम करती है उसे ही Sector
या इंडस्ट्री कहते है.
उदाहरण – अगर कोई कंपनी पावर के क्षेत्र में काम करती है तो उसको आप एक Power Sector की Corporate कंपनी कह सकते है.
कई कंपनी किसी एक सेक्टर में फोकस करती है तो कोई कंपनी कई प्रकार के सेक्टर में काम करती है ये कंपनी के ऊपर होता है कि वह किस किस सेक्टर में काम करेगी .
उदाहरण के लिए –
पहला उदाहरण – टाटा संस – होल्डिंग कंपनी है जिसके अलग अलग कंपनी जैसे TCS ( IT software Company ), Titan ( Jewellery sEctor ), Tata coffee ( Coffee Sector ), Rallis India ( Pesticide Company ) , Tata Consumer ( FMCG ) Company के तौर पर काम करती है यानी की टाटा संस की कंपनी अलग अलग सेक्टर में काम करती है.
दूसरा उदाहरण – रिलायंस – है जो भी अलग अलग सेक्टर में काम करती है ये मीडिया, पेट्रोकेमिकल और Consumer सेक्टर तथा Jio के रूप में टेलिकॉम सेक्टर में भी काम करती है.
जबकि Infosys भारत एक ऐसी कंपनी है जो सिर्फ आईटी और सॉफ्टवेयर के सेक्टर में काम करती है.
Non- corporate का मतलब क्या होता है?
नॉन कॉर्पोरेट का मतलब होता है ऐसी कंपनी जो कोई बिज़नस या आर्गेनाइजेशन का हिस्सा तो है लेकिन या एक रजिस्टर कम्पनी नहीं है छोटे बिज़नस करने वाले कंपनी को हम एक एक Non-corporate कह सकते है.
Non-corporate में इसके बिज़नस क्षेत्री स्तर पर किये जाते है ये एक Agencie की तरह काम करती है जिसमे बहुत सिमित कर्मचारी काम करते है और इनका रेवेनुए और प्रॉफिट भी कॉर्पोरेट कंपनी की तुलना में बहुत कम होती है.
कोई संस्था कब Corporate कहलाएगी
किसी संस्था को कंपनी या कॉर्पोरेट कहलाने के लिए निम्नलिखित पिरामिटर में उतरना पढ़ता है –
Registration & Structure –
किसी संगठन को कंपनी या संगठन कहलाने के लिए उस कंपनी को एक पंजीकृत और संरचित कंपनी का रूप में अपने को रजिस्टर करवाना होता है आपकी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड या पब्लिक लिमिटेड के रूप में अपने आपको रजिस्टर करवा सकती है.
Asset And Business –
किसी संस्था के पास उसके संपत्ति, संपत्ति के स्त्रोत और बिज़नस होना चाहिए जिसमे कंपनी के प्रमोटर की हिस्सेदारी होती है.
Business Process And Rules –
किसी भी कॉर्पोरेट संगठन को बिज़नस प्रोसेस के नियम का पालन करना होता है जैसे की फाइनेंसियल रिकॉर्ड , इन्वेस्टमेंट रिकॉर्ड बिज़नस मैनेजमेंट आदि के अनुरूप ही किसी संस्था को कॉर्पोरेट का दर्जा दिया जाता है.
कर्मचारी और उससे संबंधित नियम –
किसी संस्था को कॉर्पोरेट का दर्जा पाने के लिए अपने कर्मचारी के अधिकार , सुरक्षा , वेतन , नियमितता और कर्मचारी संबंधित नियम का पालन करना होता है.
Corporate की विशेषताएँ ( Characteristics ) : –
जैसे किसी इंसान के अपने बहुत से अधिकार होते है ठीक वैसे ही किसी कंपनी को उस देश की सरकार कई तरह के अधिकार देती है.
- कॉर्पोरेट एक लीगल एंटिटी होती है जोकि इसके मालिक से अलग होती है .
- किसी भी कॉर्पोरेट की किस एक व्यक्ति या फिर व्यक्तियों के समूह के द्वारा बनाया जा सकता है.
- कोई भी कंपनी कानून नियम के अनुसार उनकी खुद के अधिकार होते है जैसे कि किसी व्यक्ति के अधिकार होते है.
- इसके साथ ही किसी कंपनी के खुद की जिम्मेदारी भी होती है ये कंपनी डील कर सकती है और लोन भी ले सकती है. और लोन का भुगतान भी कर सकती है.
- कोई कॉर्पोरेट नियम के तहत कर्मचारी को काम पर रखने और उससे काम लेना साथ ही उसके अधिकार, वेतन आदि की भी काम देखती है.
- कोई भी कॉर्पोरेट किसी दुसरे कॉर्पोरेट या व्यक्ति के ऊपर मुकदमा भी दायर कर सकती है.
- किसी कॉर्पोरेट खुद की संपत्ति भी खरीद सकती है या बेच सकती है या उसे किराये या गिरवी भी रख सकती है.
- किसी भी कॉर्पोरेट में उसके मालिको को यानि स्टॉक होल्डर को divident या शेयर प्राइस के बढ़ने से फ़ायदा होता है लेकिन कोई भी मालिक कंपनी के किसी कर्ज के लिए उत्तरदायी नहीं होता है.
Incorporation क्या होता है?
एक कॉर्पोरेट तब बनता है जब इसे Shareholder के एक Group द्वारा एक सामान्य लक्ष्य के साथ शामिल होते है.
इस कॉर्पोरेट में स्टॉक शेयरों की अपनी होल्डिंग के आधार पर Ownership होते है.
कारपोरेशन में प्रॉफिट अपने शेयरधारकों के बीच बांटा जाता है हालांकि, कुछ कॉर्पोरेट, जैसे Charities या Fraternal संगठन, नॉन प्रॉफिट या Not For Profit के लिए होते है इनका मकसद लाभ कमाना नहीं होता है.
कोई Corporation कैसे Operate करता है?
किसी भी कंपनी में जिसके पास कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर होते है वे अपनी कंपनी के लिए board of director होते है ये Board Of Director कंपनी के लिए सीनियर मैनेजमेंट को चुनते है जिसे CEO, CFO, यही CEO या CFO किसी कंपनी के प्रत्येक दिन की एक्टिविटी के काम को करते है.
और यही Board of Director प्रत्येक साल एनुअल मीटिंग रखते है जिसमे किसी कॉरपोरेट के प्रत्येक शेयर होल्डर को उसके एक शेयर के बदले एक वोट करने के अधिकार होते है.
Conclusion (निष्कर्ष )
Corporate Meaning In Hindi को हमने समझा साथ ही कॉरपोरेट क्या होता है ये भी समझे – कॉरपोरेट का मतलब किसी कंपनी संस्था या आर्गेनाइजेशन से है जिसकी खुद की एक Legal Entity होती है.
कॉरपोरेट किसी भी देश या दुनिया के लिए बहुत ही जरुरी होती है ज्यादातर कॉरपोरेट को बनने का मकसद लीगल तरीके से बिज़नस करके प्रॉफिट कमाना होता है.
जैसे किसी व्यक्ति के अपने अधिकार और उद्देश्य होते है वैसे ही किसी कॉरपोरेट के भी उसके अधिकार और उद्देश्य होते है.
कोई देश कितनी समृद्ध है ये उस देश की कॉरपोरेट के द्वारा ही दिखाई देती है. देश जितनी अमीर होगी उसकी कंपनी उतनी ही बड़ी होगी.
Corporate Meaning In Hindi Related FAQs:
Q: कॉरपोरेट कंपनी क्या है?
Ans: कॉरपोरेट और कंपनी दोनों एक ही होती है कॉरपोरेट का मतलब होता है ऐसी कम्पनी जिसे बिज़नस के मकसद से शुरू किया है जिसके खुद के अधिकार होते है जैसे किसी व्यक्ति के होते है और ये कंपनी देश देश में काम करती है वंहा के नियम कानून के हिसाब से इसको काम करना होता है.
Q: कॉर्पोरेट का क्या मतलब होता है?
Ans: कॉर्पोरेट का मतलब होता है कंपनी आर्गेनाइजेशन जोकि एक लीगल एंटिटी होती है जिसके अपने अधिकार होते है जिसे प्रॉफिट या नॉन प्रॉफिट किस भी मकसद से शुरू किया गया होता है किसी कॉर्पोरेट को किसी विशेष उद्देश्य के लिए शुरू किया जाता है.
Q: Corporate Law को हिंदी में क्या बोलते है?
Ans: Corporate law को हिंदी में निगम का कानून कहेंगे.
Q: भारत में कॉर्पोरेट जॉब क्या है?
Ans: भारत में किसी कॉर्पोरेट में यानि किसी बड़ी कंपनी में काम करना उसके लिए नौकरी करना ही कॉर्पोरेट जॉब कहलाएगी अगर आप किसी बड़ी कंपनी के लिए काम करते है तो आप लोगो से कह सकते है की आप कॉर्पोरेट जॉब करते है.
Also Read – Ghanshyam Tech Net Worth, Age, Life Story, Trading Rules